हमें नाज है अपने जवानों पर
देश प्रेम का जज़्बा,
देश के लिए
मरने मिटने की चाहत
गर हम सीख पाते
तब शायद हम
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के
नाम पर अपनी एक अलग
दुनिया न रचते,
अलग कौम न बनाते ।
एक सैनिक के परिवार
उसके मानवधिकार की
बातें न कर
एक आतंकी के
मानवधिकार की
बात न करते...
मत भूलो
तुम्हारी आजादी
तुम्हारी सांसे
इन्हीं वीर सैनिकों की देन हैं ।
कृतज्ञ है रोम-रोम
तुम चाहे मानो या न मानो ।
जय हिंद की सेना ।
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