प्यार और नफरत के मध्य है धुंधला आवरण,
प्यार ने मरने न दिया नफरत ने जीने न दिया ।
प्यार करो दिल की गहराइयों से,
नफ़रत इतनी ही करो दिल में थोड़ी गुंजाइश रहे ।
रहना हमको भी यहीं तुमको भी यहीं,
फिर क्यों नफ़रत में दिन जाया करें ।
दिल से निकालकर नफरतों के नागफ़नी,
आओ मिलें गले सजायें गुलशन नया ।
@ सुधा आदेश