न जाने इतनी नफरतें
कैसे पाल लेते हैं लोग
अपनों का जीना ही
मुश्किल कर देते हैं लोग ।
जिंदगी है छोटी फिर भी
शिकायतें बेहिसाब करते हैं लोग
दिल में जला प्यार का दिया
न जाने क्यों बुझा देते हैं लोग ।
दूरी अपनों से बनाकर
तनाव के समुंदर डुबकी लगा देते हैं लोग
मिटती नहीं यादें अपनों की
भूल जाते हैं लोग ।
साथ छूटता नहीं
भूल जाते हैं लोग
बंद आंखों में तस्वीर अपनों की देखकर भी अनजान बने रहते हैं लोग ।
सुधा आदेश