Tuesday, October 15, 2013

अपेक्षा

अपेक्षाये बोलती है,अपेक्षाये कोसती है, अपेक्षाओ पर बस नहीं,इनसे कोई मुक्त नहीं । अपेक्षाये नहीं तो कोई समस्या ही नहीं, जीवन संबंधों में आए आमावस्या नहीं । अपेक्षाओ को हवा न दे दिल मत छीन सुकून के पल दो पल । अपनी समस्याओ का हल स्वयं ढूँढ बंदे अपेक्षाये न कर कल,आज या कल । अपने हो जायेंगे पराए,संबंधों मे लगेगी जंग जीना है तो जी,जीत ही लेगा ज़िंदगी की जंग ।

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