Thursday, March 29, 2018

गुलशन नया

गुलशन नया 

 प्यार और नफरत के मध्य है धुंधला आवरण,
 प्यार ने मरने न दिया नफरत ने जीने न दिया । 

 प्यार करो दिल की गहराइयों से, 
नफ़रत इतनी ही करो दिल में थोड़ी गुंजाइश रहे । 

 रहना हमको भी यहीं तुमको भी यहीं, 
फिर क्यों नफ़रत में दिन जाया करें । 

 दिल से निकालकर नफरतों के नागफ़नी,
 आओ मिलें गले सजायें गुलशन नया । 

 @ सुधा आदेश

Thursday, March 1, 2018

रंग बरसे, आई होली, हर चेहरे पर हँसी ठिठोली...

आई होली रंग बरसे, आई होली हर चेहरे पर हंसी ठिठोली । गुझिया बानी, अनरसे बने दही भल्ले की हॉट लगी । चुग-चुग खाये हर घर में जाति पाति की दीवार ढही । रंगे सभी एक ही रंग में अमीर-गरीब की खाई मिटी । रंग लो मन को प्यार के रंग में रहे न ईर्ष्या द्वेष भाव कहीं । हम सब एक ही भारत मां के अंश समझ लो एक बात सही । सब मिलकर रचो विश्व नया हर दिन होली ,रुंधे न हंसी ठिठोली । शुभ होली @सुधा आदेश