Friday, November 8, 2013

जीवन

जीवन दो पल का, उसमें सिमटती सारी व्यथाये, आशाये और निराशाये, कब और कहाँ, प्रश्न निरर्थक, शेष सिर्फ यादें...।

Wednesday, November 6, 2013

muskan

सबसे प्यारी न्यारी है होठों पर महकती मुस्कान पल भर में मुक्ति दिला देती सारे गमों से, संग न छूटे साथ कभी,करो बस एक उपाय स्वयं भी हँसो और हँसाओ जीवन बन जाएगा सुंदर, अतिसुन्दर...

Monday, November 4, 2013

vivah

विवाह के द्वारा दो व्यक्ति न केवल एक मजबूत बंधन में बंधते हे वरन दो परिवार भी बंध जाते हे आपसी समझदारी इस बंधन को मजबूत बनती हे वहीं जरा सी चूक दो दिलो को अलग करने से नहीं चूकती....यधपि आज युवाओं में एक अलग सोच पनप रही है वे विवाह को अपने स्वतंत्र जीवन में बाधा मानने लगे हे पर वे यह भूल रहे हे स्वतंत्रता अच्छी हे पर इतनी भी नहीं कि व्यक्ति मानमर्यादा ही भूल जाये या समाज विरुद्ध आचरण करने लगे...कहने का तात्पर्य यह कि हमारे बुजुर्गो ने जो भी नियम कानून बनाये है वह समाज में एकता और पारस्परिक सदभावना तथा समाज को सुचारूरूप से चलने के लिए बनाये है ...हम सबको उनके बनाए नियमों का पालन करना चाहिए इसी में सबकी भलाई निहित है...