Thursday, January 28, 2021

कामना

 कामना



सिले ओंठ 

संज्ञाशून्य मस्तिस्क

अराजक तत्वों का

देख वहशी, तांडव नर्तन 

क्या भूलूँ, क्या याद करूँ ?


असहमति चाहे जितनी हो

गण के तंत्र से

तिरंगे का अपमान 

अकल्पनीय ही नहीं 

असहनीय है ।


काश याद करते

अमर शहीदों का बलिदान

जिन्होंने तिरंगे की

आन बान शान के लिए

जीवन अर्पित कर दिया ।


जार-जार रोती भारत माँ

छिन्न-भिन्न कर 

भाल को उसके

 अट्टहास करते तुम 

हो ही नहीं सकते तुम भारतवासी  !!


आम नागरिक मैं

रग-रग में बहता खून

देशप्रेम का…

शर्म आती है 

कैसे कहूँ आज

शुभ गणतंत्र दिवस ?


भूल पायेंगे न कभी हम

चाहता है दिल  यही 

हर वर्ष आये यह शुभ दिन

न हो हमारी भावनाओं पर कुठाराघात

लहर-लहर लहराये तिरंगा प्यारा

मान हमारा, शान हमारा ।


आज के दिन हमें 

हमारे अधिकार मिले

कर्तव्य मिले

भूले कर्तव्य, बस अधिकार

अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता रहे याद  ।


देश का मान रखना है

अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का

दुरुपयोग से बचें

अधिकारों की मांग के साथ

कर्तव्यों का भी रखें ध्यान ।


 पल्लवित और पुष्पित

होगा तभी हमारा गणतंत्र ।

विश्व विजयी होगा देश हमारा

 यही इस दिल की कामना

 यही इस दिल की कामना ।


धन्यवाद


सुधा आदेश

Sunday, January 3, 2021

लो आ ही गया 2021

 लो आ ही गया 2021


समय रुकता नहीं

किसी के लिए

कदम दर कदम

ताल मिलाता आखिर

आ ही गया वर्ष 2021...


कुछ नए स्वप्न बुने

कुछ नए संकल्प लें

पर अतीत को न भूले

क्योंकि अतीत की नींव पर ही

भविष्य की इमारत खड़ी है ।


तन-मन से स्वागत  करो

नव वर्ष 2021 का

पर न भूलो 2020 को  

सिखाया है जिसने मानव को

विपरीत परिस्थितियों से जूझना ।


याद करोगे जब-जब

गत वर्ष के अच्छे बुरे पल

कोरोना  वायरस का कहर

लॉक डाउन की त्रासदी

स्वयं का घरों में कैद होना

प्रकृति का मुस्कराना

चिड़ियों का चहकना

नदी नालों का साफ होना ।


अंतरात्मा तुम्हारी 

स्वर्गादिपि गरीयसी धरा को

प्रदूषित करने से रोकेगी...

दे जाओगे  तुम नव पीढ़ी को

प्रदूषण मुक्त अवनि और गगन ।


नव वर्ष का हार्दिक अभिनंदन

सभी स्नेहिल मित्रों को नववर्ष

शुभ हो ।


🌹🌹🌹🌹🌹

 

सुधा आदेश