अच्छे बुरे पलों का जोड़ है ज़िंदगी
संगीत नहीं गणित सी कठोर है ज़िंदगी ।
पल कभी टीस देते हैं, कभी ख़ुशी
घबराना नहीं,बौराना नहीं,निचोड़ है ज़िंदगी ।
सहेजना उन्हीं पलों को जो देते हैं ख़ुशी
रजनीगंधा सी महकती जायेगी ज़िंदगी ।
ख़ुशियों को बाँटो,हर पल को जिओ
रूको न कभी,खुदा की इनायत है ज़िंदगी।
ज़िंदगी का फ़लसफ़ा गर समझ पाते
बेगानी नहीं,अपनी सी,इंद्रधनुषी लगेगी ज़िंदगी ।
सुधा आदेश
It is a reality of life.... A.k.Bansal
ReplyDeleteधन्यवाद
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