अपेक्षाये बोलती है,अपेक्षाये कोसती है,
अपेक्षाओ पर बस नहीं,इनसे कोई मुक्त नहीं ।
अपेक्षाये नहीं तो कोई समस्या ही नहीं,
जीवन संबंधों में आए आमावस्या नहीं ।
अपेक्षाओ को हवा न दे दिल
मत छीन सुकून के पल दो पल ।
अपनी समस्याओ का हल स्वयं ढूँढ बंदे
अपेक्षाये न कर कल,आज या कल ।
अपने हो जायेंगे पराए,संबंधों मे लगेगी जंग
जीना है तो जी,जीत ही लेगा ज़िंदगी की जंग ।
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