Wednesday, January 27, 2016

अच्छे बुरे पलों का निचोड़ है ज़िंदगी ...

अच्छे बुरे पलों का निचोड़ है ज़िंदगी 
 संगीत नहीं , गणित सी कठोर है ज़िंदगी । 

 पल कभी टीस देते हैं,कभी देते हैं ख़ुशी 
 घबराना नहीं, बौराना नहीं, निचोड़ है ज़िंदगी। 

 सहेजना उन्हीं पलों को जो देते हैं ख़ुशी 
रजनीगंधा सी महकती जायेगी ज़िंदगी ।

 ख़ुशियों को बाँटो हर पल को जिओ 
रूको न कभी,खुदा की इनायत है ज़िंदगी । 

 ज़िंदगी का फ़लसफ़ा गर समझ पाये दोस्त
  बेगानी नहीं,अपनी सी,इंद्रधनुषी लगेगी ज़िंदगी ।

No comments:

Post a Comment