जीवन में थोड़ा मधुरस घोलें
कटु वचनों का पीकर गरल
नीलकंठ, विषपायी बन जायें
जीवन में थोड़ा मधुरस घोलें ।
पीर पराई दिल में पेलकर
दिल की सरहद खोलें
जीवन में थोड़ा मधुरस घोलें ।
शिवत्व को पहचान कर
जीवन सुरमय संगीत बनायें
जीवन में थोड़ा मधुरस घोलें ।
इंसान की इंसान से कराकर पहचान
आओ बम-बम बोलें
जीवन में थोड़ा मधुरस घोलें ।
सुधा आदेश
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