SUDHA ADESH
Thursday, July 21, 2016
सावन की रीति यही
सावन की रीति यही घन-घन घनघाेर घटा सदियाें से सावन की रीति यही... रिमझिम -रिमझिम रेशमी फुहार हरियाली का गीत यही... मयूर नृत्य, काेयल की कूक मद भरे समां का संगीत यही... सरस सलिल ,सावन मनभावन सकल सखियाें की प्रीति यही ।
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