क्रोध
क्रोध मानव का सबसे बड़ा दुश्मन हे क्योकि क्रोध में व्यक्ति विवेकशून्य हो जाता हे....अपना मानसिक संतुलन खो देता हे जिसके कारण उसे अपने अच्छे बुरे का ख्याल ही नहीं रहता....मानव को अगर मानव बने रहना हे तो उसे अपने क्रोध पर अंकुश लगाना होगा... जो ऐसा करने में सक्षम रहता हे वह जीवन में आई हर बाधा को पर कर आगे बढ़ता जाता हे....।
No comments:
Post a Comment